देवघर से तारापीठ की दूरी: देवघर जो बाबा बैधनाथ धाम मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है,और यह बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। दूसरा तारापीठ जो मां तारा मंदिर के लिए विख्यात है,यह पश्चिम बंगाल के रामपुरहाट से 8 किलोमीटर दूर में स्थित है। इसे शक्तिपीठ के नाम से भी जाना जाता है। देवघर में शिव है, तो तारापीठ में शक्ति है ।
देवघर और तारापीठ जहां शिव और शक्ति दोनों का पूजा, अर्चना, दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होता है। आइए अब जानते हैं देवघर से तारापीठ की दूरी कितना है ?

देवघर से तारापीठ की दूरी
देवघर और तारापीठ की दूरी मात्र 140 किलोमीटर है। यह दूरी सड़क मार्ग द्वारा या ट्रेन के द्वारा तय किया जा सकता है। सड़क द्वारा या ट्रेन द्वारा यह यात्रा मात्र 3 से 4 घंटे में पूरी की जा सकती है।
यात्रा मार्ग और परिवहन विकल्प
देवघर से तारापीठ की यात्रा के लिए मुख्य मार्ग NH114A है, जो सीधा दुमका रामपुरहाट होते हुवे तारापीठ जाती है। यह मार्ग सुगम सड़क के रूप में जाना जाता है। इस यात्रा को करने के लिए कई परिवहन विकल्प उपलब्ध हैं:
प्राइवेट वाहन: अगर आप अपनी गाड़ी से यात्रा करना चाहते हैं, तो यह सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है, क्योंकि यह आपको अपनी सुविधा के अनुसार रुकने और चलने की स्वतंत्रता देता है।
बस: देवघर से तारापीठ के लिए नियमित रूप से बसें चलती हैं, जो सस्ती और सुविधाजनक हैं।
ट्रेन: अगर आप ट्रेन से यात्रा करना चाहते है, तो देवघर स्टेशन से रामपुहाट के लिए ट्रेन मिल जाएगी। रामुरहाट से तारापीठ मात्र 7 किलोमीटर है। रामपुरहाट स्टेशन से तारापीठ के लिए हमेशा ऑटो या बस मिलते रहती है। देवघर स्टेशन में ट्रेन शाम 4 बजकर 43 मिनट मे है जो रामपुरहाट रात 7 बजकर 55 मिनट में पहुंचती है।
दूसरा ट्रेन सुबह 3 बजकर 15 मिनट में है जो रामपुरहाट सुबह 5 बजकर 25 मिनट में पहुंचती है।
यात्रा का धार्मिक महत्व
देवघर और तारापीठ दोनों ही स्थल हिन्दू धर्म में अत्यधिक पूजनीय माने जाते हैं। बाबा बैद्यनाथ धाम को बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। तारापीठ 52 शक्ति पीठों में से एक है। हर साल लाखों श्रद्धालु बाबा बैधनाथ और मां तारा का आशीर्वाद लेने पहुंचते है।
हर साल तारापीठ में भाद्र अमावस्या को मेले का आयोजन भी होता है जहां दूर-दूर से साधु ,संत, तांत्रिक मां तारा का आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं। यह यात्रा दो महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों के बीच की यात्रा है, जो भक्तों को एक साथ शिव और शक्ति के आशीर्वाद का अनुभव कराती है।
निष्कर्ष
देवघर से तारापीठ की यात्रा केवल एक भौतिक यात्रा नहीं है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक अनुभव भी है। यह यात्रा आपको न केवल धार्मिकता के करीब ले जाती है, बल्कि आपको भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से भी परिचित कराती है। चाहे आप बाबा बैद्यनाथ का आशीर्वाद लेना चाहते हों या मां तारामाता की कृपा पाना चाहते हों, इस यात्रा के हर कदम पर आप दिव्यता का अनुभव करेंगे।
देवघर से तारापीठ की दूरी कितनी है?
देवघर से तारापीठ की दूरी लगभग 140 किलोमीटर है। सड़क मार्ग से इस यात्रा को पूरा करने में 3 से 4 घंटे का समय लगता है।
देवघर से तारापीठ जाने के लिए कौन-कौन से मार्ग उपलब्ध हैं?
देवघर से तारापीठ जाने के लिए मुख्य मार्ग NH114A है। जो देवघर दुमका रामपुरहाट होते हुवे तारापीठ जाती है। आप बस, टैक्सी, कैब या अपने निजी वाहन से इस यात्रा को कर सकते हैं।
क्या देवघर से तारापीठ के बीच नियमित बस सेवा उपलब्ध है?
हां, देवघर से तारापीठ के बीच नियमित रूप से सरकारी और प्राइवेट बसें चलती हैं, जो यात्रा को सुविधाजनक बनाती हैं।
देवघर से तारापीठ की यात्रा का धार्मिक महत्व क्या है?
देवघर में बाबा बैद्यनाथ धाम और तारापीठ में मां तारा का मंदिर स्थित है। यह यात्रा शिव और शक्ति दोनों के आशीर्वाद को प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
क्या देवघर से तारापीठ के बीच कोई अन्य धार्मिक स्थल भी हैं?
हां, इस मार्ग पर कई छोटे-बड़े धार्मिक स्थल हैं, जिनमें आप रुक सकते हैं और दर्शन कर सकते हैं। इनमें से कुछ गांवों के स्थानीय मंदिर और तीर्थ स्थल भी शामिल हैं। मसानजोर डैम का भी आनंद ले सकते है।
क्या यात्रा के दौरान रुकने के लिए अच्छे होटल उपलब्ध हैं?
हां, देवघर और तारापीठ दोनों स्थानों पर रुकने के लिए कई अच्छे होटल और धर्मशालाएं उपलब्ध हैं, जहां आप आरामदायक ठहराव कर सकते हैं।
क्या देवघर से तारापीठ की यात्रा के लिए किसी विशेष समय की आवश्यकता होती है?