श्रीमद् देवी भागवत कथा सुनने से फायदे

श्रीमद् देवी भागवत पढ़ने और सुनने के बहुत फायदे है । मां सरस्वती और व्यास जी को प्रणाम कर भागवत की विजयगाथा यानी कलियुग में श्रीमद् भागवत का पाठ करने और सुनने से क्या फायदे है वो आप सबों के बीच रखता हूं।

श्रीमद् भागवत के अनुसार जो मानव भक्ति पूर्वक देवी भागवत की कथा सुनते हैं ऋद्धि और सिद्धि सदा उनके संनिकट खेलती रहती है। महान तप ,व्रत ,तीर्थ ,दान ,नियम, हवन और यज्ञ आदि करने पर भी मनुष्य को जो फल दुर्लभ रहता है वह केवल देवी भागवत सुनने से सुलभ हो जाता है ।

धर्म ,अर्थ ,काम और मोक्ष की प्राप्ति के लिए यह सर्वोपरि साधन है। श्रीमद् देवी भागवत का पाठ और श्रवण करने वाला मनुष्य धर्म ,अर्थ ,काम और मोक्ष के फल का अधिकारी हो जाता है। देवी भागवत की कथा सुनने से अपूत्र पुत्रवान बन जाता है । दरिद्र धनवान हो जाता है, और रोगी आरोग्यवान हो जाता है।

जिस घर में श्रीमद् भागवत की पुस्तक का नित्य पूजन होता है वह घर तीर्थ स्वरूप हो जाता है वहां रहने वाले लोगों के पास भूत, प्रेत, पाप, दुख नहीं टिक सकते है।श्रीमद् भागवत पुराण भगवान से मिलने का सुगम साधन है । जिस प्रकार दूध को मथ कर नवनीत उत्पन्न होता है।

उसी प्रकार मन के मंथन से भगवत प्राप्ति सहज ही उपलब्ध होती है। जिस प्रकार दूध में मक्खन, लकड़ी में ऊर्जा व्याप्त है वैसे ही आत्मा में भी परमात्मा व्याप्त होता है, आवश्यकता सिर्फ इस बात की है कि हमारे मन में दृढ़ संकल्प हो और परमात्मा पर पूर्ण विश्वास हो तो आराधना, साधना साकार हो जाती है।

श्रीमद् देवी भागवत पुराण में 12 स्कंध, 18000 श्लोक एवं 318 अध्याय है। श्रीमद् भागवत पुराण में सृष्टि की उत्पत्ति से लेकर माता की सम्पूर्ण महिमा का वर्णन किया गया है।

श्रीमद् देवी भागवत महापुराण में जगत जननी सर्वव्यापी सर्वशक्तिमान देवी की आराधना, गुण, शक्ति के दर्शन, प्रकृति के निर्माण, उसका संचालन और संहार के लिए तीनो देवों को अपनी इच्छा शक्ति से उत्पन्न करने की पूर्ण व्याख्या की गई है।

नवरात्रि में 9 दिन तक इसका श्रवण- अनुष्ठान करने पर मनुष्य सभी पुण्य कर्मों से अधिक फल पा लेते हैं, इसलिए इसे नवाह यज्ञ भी कहा गया है, जिसका उल्लेख भागवत महापुराण में खुद भगवान शंकर व सूतजी ने किए है ।

जय माता दी ।

धन्यवाद

श्रीमद् भागवत में कितने श्लोक है ?

श्रीमद् देवी भागवत में 18000 श्लोक है ।

देवी भागवत में कितने अध्याय है ?

श्रीमद् देवी भागवत में 12 स्कंध और 318 अध्याय है ।

देवी भागवत पढ़ने से क्या फायदा हैं ?

भागवत पुराण के अनुसार जो मानव भक्ति पूर्वक इसकी कथा पढ़ते हैं ऋद्धि और सिद्धि सदा उनके संनिकट खेलती रहती है। महान तप ,व्रत ,तीर्थ ,दान ,नियम, हवन और यज्ञ आदि करने पर भी मनुष्य को जो फल दुर्लभ रहता है वह केवल देवी भागवत सुनने से सुलभ हो जाता है ।6

श्रीमद् देवी भागवत महापुराण में किसकी व्याख्या की गई है ?

इस महापुराण में जगत जननी सर्वव्यापी सर्वशक्तिमान देवी की आराधना, गुण, शक्ति के दर्शन, प्रकृति के निर्माण, उसका संचालन और संहार के लिए तीनो देवों को अपनी इच्छा शक्ति से उत्पन्न करने की पूर्ण व्याख्या की गई है।

घर में श्रीमद् देवी भागवत पुस्तक रखने से क्या फायदे है ?

जिस घर में भागवत की पुस्तक का नित्य पूजन होता है वह घर तीर्थ स्वरूप हो जाता है वहां रहने वाले लोगों के पास भूत, प्रेत, पाप, दुख नहीं टिक सकते है। भागवत पुराण भगवान से मिलने का सुगम साधन है । जिस प्रकार दूध को मथ कर नवनीत उत्पन्न होता है।

Also read — Welcome in Mundmalini Baikunth Dham

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