तुम नहीं थे तब भी दुनिया थी तुम चले जाओगे तब भी दुनिया रहेगी तुम्हारे रहने ना रहने से पृथ्वी या यहां के लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा इसलिए चिताओं से मुक्त होकर वर्तमान समय में ढंग से जीना शुरू करो । सफलता के लिए अपने काम में महारत अनिवार्य है। कठिन परिश्रम, निरंतर अभ्यास और गलतियों से सीखने की प्रवृत्ति इसमें सबसे ज़्यादा मदद करती है।

सफलता के चार सूत्र —
1.अपने आपको पहचानिए ।
2.असफलता को कभी स्वीकार मत कीजिए ।
3.जो आपको मिला है उसके लिए आभारी रहे ।
4.लोग क्या कहेंगे इसकी परवाह न करे ।
सफलता प्राप्त करने के लिए अपने काम में महारत रहना अनिवार्य है। अपनी काम इच्छा को वश में रखने की कोशिश करें । किसी को भी ऐसी बात ना कह दें जो उसे ठेस पहुंचाए या परेशान करे । खाना उतना ही खाइए जितना जीने के लिए जरूरी है । इन सब बातो को ध्यान में रखकर सफल हो सकते है ।
मेरा अनुभव—
चार कदम चोर से , चौदह कदम लतखोर से और चोहतर कदम चुगलखोर से हमेशा दूरी बना कर रखना चाहिए ।