सुल्तानगंज से देवघर तक का कांवरिया पथ भारत के प्रमुख धार्मिक यात्राओं में से एक है। यहां हर साल सावन महीने में लाखों भक्त भगवान शिव की आराधना के लिए इस पवित्र यात्रा पर निकलते हैं। सुल्तानगंज से देवघर तक के बीच में कांवरिया पथ पर यात्रियों के लिए जरूरी सारी सुख सुविधाएं उपलब्ध रहती है ।
कांवर यात्रा की दूरी और मार्ग:
सुल्तानगंज से देवघर की दूरी लगभग 105 किलोमीटर है। इस यात्रा की शुरुआत सुलतानगंज में स्थित अजगैबीनाथ मंदिर से होती है, जहाँ भक्त उत्तर वाहिनी गंगा नदी से जल भरते हैं। और यह पवित्र जल कांवर में अच्छी तरह से बांध पैदल यात्रा करते हुवे देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर में भगवान शिव को अर्पित करते हैं।

कांवरिया पथ में सुविधा और व्यवस्था:
सुल्तानगंज से देवघर तक की कांवर यात्रा में हर साल लाखों श्रद्धालुओं द्वारा तय किया जाता है। इस धार्मिक यात्रा के दौरान कांवरियों को अनेक सुविधाएं और व्यवस्थाएं प्रदान की जाती हैं, ताकि वे अपनी यात्रा को सुगम और सुरक्षित तरीके से पूर्ण कर सकें।
स्वास्थ्य सेवाएं
कांवरिया पथ पर पूरे रास्ते में हर जगह स्वास्थ्य सेवाओं की समुचित व्यवस्था की जाती है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान की जा सके। इसके लिए मार्ग में विभिन्न स्थानों पर मेडिकल कैम्प स्थापित किए जाते हैं जहाँ प्राथमिक चिकित्सा, दवाइयां, और डॉक्टरों की सेवाएं उपलब्ध रहती हैं। पूरे मार्ग में एम्बुलेंस सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहती है जिससे किसी भी गंभीर स्थिति में तुरंत अस्पताल पहुंचाया जा सके।
भोजन और जल की व्यवस्था
कांवरिया पथ पर यात्रियों को भोजन और पेयजल की कोई कमी न हो इसके लिए विशेष व्यवस्था की जाती है।
कई धार्मिक और सामाजिक संगठन पूरे मार्ग में लंगर और भंडारा आयोजन करते हैं जहाँ कांवरियों को मुफ्त भोजन और पेयजल प्रदान किया जाता है। विभिन्न स्थानों पर पेयजल वितरण केंद्र स्थापित किए जाते हैं ताकि कांवरियों को साफ और शुद्ध पेयजल मिल सके।
विश्राम स्थल
कांवरियों की थकान मिटाने और उन्हें आराम देने के लिए इस पथ में कई विश्राम स्थलों की व्यवस्था की जाती है। पूरे मार्ग में विभिन्न स्थानों पर विश्राम शिविर बनाए जाते हैं जहाँ कांवरियों को आराम करने के लिए बिस्तर, कंबल और पंखा,शौचालय, स्नानघर और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं।
कांवर मेला में सुरक्षा व्यवस्था
कांवरियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कांवरिया पथ में पुलिस बल तैनात किया जाता है जो यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखते हैं। प्रमुख स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाते हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। विभिन्न संगठन और स्वयंसेवक भी कांवरियों की मदद और सुरक्षा के लिए हर समय तैनात रहते हैं।
मार्गदर्शन और सूचना केंद्र
कांवरियों को सही दिशा और आवश्यक जानकारी देने के लिए जगह—जगह मार्गदर्शन और सूचना केंद्र स्थापित किए जाते हैं। जहाँ से कांवरियों को मार्ग की जानकारी, सुरक्षा निर्देश और अन्य आवश्यक जानकारियाँ मिलती हैं। पूरे मार्ग में दिशा सूचक चिन्ह और संकेतक लगाए जाते हैं ताकि कांवरियों को मार्ग में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
पर्यावरण सुरक्षा
कांवरिया यात्रा के दौरान पर्यावरण सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जाता है। पूरे मार्ग में कचरा प्रबंधन की समुचित व्यवस्था की जाती है, जिसमें कचरा डिब्बे और सफाई कर्मियों की तैनाती शामिल रहती है। यात्रा के दौरान प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगाई जाती है और पर्यावरण अनुकूल सामग्री के उपयोग को बढ़ावा दिया जाता है।
निष्कर्ष
सुल्तानगंज से देवघर तक का कांवरिया पथ धार्मिक श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। इस पवित्र यात्रा के दौरान कांवरियों को अनेक सुविधाएं और व्यवस्थाएं प्रदान की जाती हैं ताकि वे अपनी यात्रा को सुगम, सुरक्षित और आनंददायक तरीके से पूरा कर सकें। सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के सहयोग से यह सुनिश्चित किया जाता है कि कांवरियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े और वे अपनी यात्रा को शांति और भक्ति भाव से बोल –बम , बोल –बम कहते हुवे संपन्न कर सकें।
हर हर महादेव
जय भोलेनाथ
सुल्तानगंज से देवघर कितना दूर है
सुल्तानगंज से देवघर 105 किलमीटर है ।
कांवरिया पथ में क्या-क्या व्यवस्था रहती है ?
कांवरिया पथ में रहने ,खाने, पीने , आराम करने के लिए चौकी , शुद्ध पेय जल, शौचालय, मेडिकल आदि सभी जरूरी व्यवस्था रहती है।