Shri Bhagwati stotram
श्री भगवती स्तोत्र बहुत ही अद्भुत एवं कल्याणकारी है , जिसे सुनने , पढ़ने या गाने मात्र से ही कई जन्मों के पाप दूर हो जाते है।
मां दुर्गा शक्ति की देवी, स्वरूप है जिनका अद्भुत।
शत्रुओं का नाश करतीं, सदा करतीं भक्तों का उद्धार।
अष्टभुजा में शस्त्र धरे, सिंह पर करतीं सवारी।
सर्व दुःख हरने वाली, जय हो मां दुर्गा हमारी।

श्री भगवती स्तोत्र ( shri Bhagwati stotram )
जय भगवती देवी नमो वरदे,
जय पाप विनाशिनी बहु फलदे।
जय भगवती देवी नमो वरदे,
जय पाप विनाशिनी बहु फलदे।
जय शुम्भ निशुम्भ कपाल धरे,
प्रणामामि तु देवी नरारती हरे।
जय भगवती देवी नमो…. वरदे,
जय पाप विनाशिनी बहु फलदे।
जय चंद्र दिवाकर नेत्र धरे,
जय पावक भूषित वक्त्र वरे।
जय भगवती देवी नमो….. वरदे,
जय पाप विनाशिनी बहु फलदे।
जय भैरव देह निलिन परे,
जय अंधक दैत्य विषोश करे।
जय भगवती देवी नमो…. वरदे,
जय पाप विनाशिनी बहु फलदे।
जय महिष विमर्दिनी शूल करे,
जय लोक समस्तक पाप हरे।
जय भगवती देवी नमो…. वरदे,
जय पाप विनाशिनी बहु फलदे।
जय देवी पितामह विष्णु नुते
जय भास्कर शक्र शिरो वनते।
जय भगवती देवी नमो…. वरदे,
जय पाप विनाशिनी बहु फलदे।
जय षण्मुख सायुद्ध इशनुते,
जय सागर गामिनी शम्भु नुते।
जय भगवती देवी नमो…. वरदे,
जय पाप विनाशिनी बहु फलदे।
जय दुःख दरिद्र विनाश करे,
जय पुत्र कलत्र विवृद्धि करे
जय भगवती देवी नमो…. वरदे,
जय पाप विनाशिनी बहु फलदे।
जय देवी समस्त शरीर धरे,
जय नाकविदर्शिनी दुःख हरे।
जय भगवती देवी नमो…. वरदे,
जय पाप विनाशिनी बहु फलदे।
जय व्याधि विनाशिनी मोक्ष करे,
जय वांछित दायिनी सिद्धि वरे।
जय भगवती देवी नमो…..वरदे,
जय पाप विनाशिनी बहु फलदे।
जय भगवती देवी नमो…..वरदे,
जय पाप विनाशिनी बहु फलदे।
जय माता दी
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