शिवरात्रि के पावन दिन पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के उपाय ।

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शिवरात्रि भगवान शिव को प्रसन्न करने की रात्रि :

शिवरात्रि हिन्दू धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है, जो भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। यह पर्व हर साल फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इसे शिव और शक्ति के मिलन का दिन माना जाता है। यदि आप भी शिवरात्रि पर भगवान शिव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो आइए जानते हैं कुछ प्रभावी उपाय।

शिवलिंग पर जल और बेलपत्र चढ़ाएं

भगवान शिव को जल और बेलपत्र अत्यंत प्रिय हैं। शिवरात्रि के दिन सुबह स्नान करके शिवलिंग पर गंगाजल या शुद्ध जल चढ़ाएं और उस पर ताजे बेलपत्र अर्पित करें। ध्यान रखें कि बेलपत्र में तीन पत्तियां हों और यह टूटा हुआ न हो।

शिवरात्रि के पावन दिन पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के उपाय
हर हर महादेव

ऊँ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें

शिवरात्रि पर ‘ऊँ नमः शिवाय’ मंत्र का 108 बार जाप करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह मंत्र मानसिक शांति प्रदान करता है और भगवान शिव को प्रसन्न करता है। यदि संभव हो तो रुद्राक्ष की माला का उपयोग करें।

व्रत रखें और सात्विक भोजन करें

शिवरात्रि पर व्रत रखना भगवान शिव की कृपा पाने का एक महत्वपूर्ण उपाय है। व्रत के दौरान फलाहार करें और ध्यान रखें कि भोजन सात्विक हो। इससे आपका मन शुद्ध होगा और पूजा में एकाग्रता बनी रहेगी।

रुद्राभिषेक करें

शिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है। इसमें शिवलिंग का अभिषेक गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद और चीनी से किया जाता है। इसे पंचामृत कहा जाता है। रुद्राभिषेक से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं।

शिवपुराण का पाठ करें

शिवरात्रि पर भगवान शिव की कथा सुनने और शिवपुराण का पाठ करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। आप अपने परिवार के साथ मिलकर शिवपुराण का पाठ कर सकते हैं।

दीप जलाएं और भस्म अर्पित करें

शिवरात्रि की रात को दीप जलाकर भगवान शिव की आरती करें। इसके साथ ही शिवलिंग पर भस्म (विभूति) अर्पित करें, क्योंकि भस्म भगवान शिव का प्रिय पदार्थ है।

काले तिल का दान करें

शिवरात्रि पर काले तिल का दान करना भी अत्यंत शुभ माना जाता है। इसे भगवान शिव को अर्पित करने से पापों का नाश होता है और जीवन में सुख-शांति आती है।

शिव मंदिर में जलाएं 11 दीपक

शिवरात्रि की रात को भगवान शिव के मंदिर में 11 दीपक जलाने से असीम कृपा प्राप्त होती है। यह उपाय धन, स्वास्थ्य और समृद्धि प्रदान करता है।

भगवान शिव को भोग लगाएं

भगवान शिव को भांग, धतूरा, शुद्ध घी और गुड़ का भोग लगाएं। ध्यान रखें कि यह सभी चीजें शुद्ध हों। यह भगवान शिव को प्रसन्न करने का सरल उपाय है।

शिवरात्रि का महत्व


शिवरात्रिव्रत का महत्व यह है कि यह भगवान शिव की आराधना का सबसे पवित्र दिन माना जाता है। इस दिन व्रत रखने से व्यक्ति के पापों का नाश होता है, आध्यात्मिक शांति मिलती है, और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, और भस्म चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्त को मोक्ष का आशीर्वाद प्रदान करते हैं।

यह व्रत आत्मशुद्धि, संयम और भक्ति का प्रतीक है। महाशिवरात्रि का व्रत न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आत्मिक शुद्धि और मानसिक शांति प्रदान करता है। इस दिन व्रत रखने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। गृह क्लेश और आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है। जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सफलता का आगमन होता है।
यह व्रत व्यक्ति के मन, वाणी और कर्म को शुद्ध करता है। जो व्यक्ति सच्चे मन से यह व्रत करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

निष्कर्ष

भगवान शिव को प्रसन्न करने के ये उपाय न केवल आपकी मनोकामनाएं पूरी करेंगे, बल्कि आपके जीवन को सकारात्मक ऊर्जा और खुशियों से भर देंगे। महाशिवरात्रि पर श्रद्धा और विश्वास के साथ पूजा करें, और भगवान शिव की कृपा से अपने जीवन को मंगलमय बनाएं।

जय भोलेनाथ

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पूजा सामग्री किट:

भगवान शिव की मूर्तियां:

धार्मिक पुस्तकें:

शिव पुराण

शिवरात्रि कब मनाई जाती है?

शिव रात्रि हर साल फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है। यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का प्रतीक है।

शिवरात्रि पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए क्या करना चाहिए?

भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर जल और बेलपत्र चढ़ाएं, ‘ऊँ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें, रुद्राभिषेक करें, व्रत रखें और शिवपुराण का पाठ करें।

शिवरात्रि पर व्रत रखने के क्या लाभ हैं?

शिव रात्रि पर व्रत रखने से मन की शुद्धि होती है, पापों का नाश होता है, और भगवान शिव की कृपा से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।

रुद्राभिषेक में कौन-कौन सी सामग्री का उपयोग होता है?

रुद्राभिषेक में गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी और बेलपत्र का उपयोग किया जाता है। इसे पंचामृत कहा जाता है।

शिवरात्रि की रात को क्या करना चाहिए?

शिव रात्रि की रात को जागरण करें, भगवान शिव की आराधना करें, मंत्र जाप करें, दीप जलाएं, और शिव कथा सुनें। यह भगवान शिव को प्रसन्न करने का उत्तम समय है।

भगवान शिव को कौन-कौन सी चीजें प्रिय हैं?

भगवान शिव को बेलपत्र, गंगाजल, भस्म, भांग, धतूरा, और रुद्राक्ष अत्यंत प्रिय हैं।

क्या शिवरात्रि पर नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जा सकता है?

हां, शिव रात्रि पर भगवान शिव की पूजा और मंत्र जाप से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का संचार होता है।

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