Mahakaleshwar Jyotirlinga Temple history in Hindi

Mahakaleshwar Jyotirlinga Temple history in Hindi

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है,और हिन्दू धर्म में इसका विशेष धार्मिक महत्व है। मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित यह मंदिर काफी सुंदर है। शिप्रा नदी के किनारे स्थित यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जिसे महाकाल के नाम से भी जाना जाता है। जो कि मृत्यु के देवता और समय के भगवान के रूप में माने जाते हैं।

Mahakaleshwar Jyotirlinga temple history in Hindi
जय श्री महाकाल


इतिहास और पौराणिक कथा


महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का इतिहास और पौराणिक महत्व हमारे हिंदू धर्मग्रंथों में विस्तृत से दिया गया है। पुराण के अनुसार वेदप्रिय नामक एक ब्राह्मण था जो अपने परिवार के साथ अवंती नगर( उज्जैन ) में रहता था। वह ब्राह्मण भगवान शिव का महान भक्त था। चंड और मुंड नामक दो राक्षसों ने एक दिन ब्राह्मण और उसके परिवार पर हमला कर दिया।

ब्राह्मण भगवान शिव से मदद के लिए प्रार्थना करने लगे तभी भगवान शिव ने प्रकट होकर उन राक्षसों का वध किया और अपने भक्त को दर्शन दिए,और भगवान शिव ने कहा कि वे हमेशा इस स्थान पर महाकाल के रूप में निवास करेंगे और अपने भक्तों की रक्षा करेंगे।

एक और कथा के अनुसार उज्जैन में एक बहुत ही भयंकर राक्षस रहता था जिसका नाम दूषण था। उस राक्षस वहा के लोगों को अत्यधिक परेशान करना शुरू कर दिया। तब वहां के लोग भगवान शिव की प्रार्थना करने लगे। भक्तों की प्रार्थना सुनकर भगवान शिव ने महाकाल के रूप में प्रकट होकर राक्षस का संहार किया और अपने भक्तों की रक्षा की। इसी कारण, इस स्थान को महाकालेश्वर के नाम से जाना जाने लगा।

वास्तुकला

महाकालेश्वर मंदिर की वास्तुकला अद्भुत है। इस मंदिर का निर्माण कई युगों पूर्व में किया गया है। 18वीं शताब्दी में जनरल राणोजी शिंदे ने पुनर्निर्मित किया था। इस मंदिर में विभिन्न स्थापत्य शैलियों का मिश्रण देखने को मिलता है। वर्तमान में मोदी सरकार के द्वार महाकाल कॉरिडोर बनाकर और भी सुसज्जित किया गया है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव के बड़े शिवलिंग स्थापित है जो प्रत्येक दिन अपना रूप बदलते रहते है।

महाकालेश्वर मंदिर के अनुष्ठान और उत्सव

महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन सुबह में भस्म आरती की जाती है। जिसमें भस्म (राख) का उपयोग होता है। यहां
और भी अनेक भव्य अनुष्ठान और पूजा अर्चना मंदिर में चलते रहती है। सावन के प्रत्येक सोमवारी को बाबा महाकाल की सवारी उज्जैन शहर में घुमाया जाता है।यहाँ की भस्म आरती विश्व प्रसिद्ध है, यह अनुष्ठान अन्य शिव मंदिरों में नहीं पाया जाता है और यह महाकालेश्वर की विशेषता है।

Mahakaleshwar Jyotirlinga Temple history
महाकाल मंदिर उज्जैन

महाकालेश्वर मंदिर का महत्व

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व बहुत ऊंचा है। यह स्थान केवल भक्तों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी हिन्दुओं के लिए एक पवित्र स्थल है। यहां आने वाले भक्त कहते हैं कि भगवान महाकाल उनकी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं और उन्हें जीवन की कठिनाइयों से मुक्ति दिलाते हैं।

कैसे पहुंचें महाकालेश्वर

Mahakaleshwar Jyotirlinga: महाकालेश्वर मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है। उज्जैन रेलवे स्टेशन से मंदिर लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर है। नजदीकी हवाई अड्डा इंदौर में है, जो उज्जैन से लगभग 55 किलोमीटर दूर है। सड़क मार्ग द्वारा भी उज्जैन तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। यह सभी प्रमुख मार्गो से जुड़ा हुआ है।

निष्कर्ष

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का इतिहास और महत्व न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपराओं का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ की भव्यता और दिव्यता हर भक्त के दिल को छू जाती है और यह मंदिर सदियों से लोगों की श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है।

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग कहाँ स्थित है?

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में स्थित है।

महाकालेश्वर मंदिर की मुख्य विशेषता क्या है?

महाकालेश्वर मंदिर की मुख्य विशेषता यहाँ की भस्म आरती है, जिसमें सुबह-सुबह भगवान शिव की पूजा के लिए राख का उपयोग किया जाता है। यह अनुष्ठान अन्य शिव मंदिरों में नहीं पाया जाता है और यह महाकालेश्वर की विशेषता है।

महाकालेश्वर मंदिर कब खुलता और बंद होता है?

महाकालेश्वर मंदिर प्रतिदिन सुबह 4:00 बजे भस्म आरती के साथ खुलता है और रात 11:00 बजे बंद होता है। भस्म आरती के लिए विशेष अनुमति की आवश्यकता होती है।

महाकालेश्वर मंदिर तक कैसे पहुँचा जा सकता है?

महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन रेलवे स्टेशन से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। नजदीकी हवाई अड्डा इंदौर में है, जो उज्जैन से लगभग 55 किलोमीटर दूर है। उज्जैन सड़क मार्ग द्वारा भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

महाकालेश्वर मंदिर के निकट कौन-कौन से दर्शनीय स्थल हैं?

महाकालेश्वर मंदिर के निकट कई अन्य धार्मिक और पर्यटन स्थलों जैसे काल भैरव मंदिर, हरसिद्धि मंदिर, और सांदीपनि आश्रम हैं।

क्या महाकालेश्वर मंदिर में फोटोग्राफी की अनुमति है?

महाकालेश्वर मंदिर परिसर में फोटोग्राफी की अनुमति नहीं है।

क्या महाकालेश्वर मंदिर में ऑनलाइन दर्शन की सुविधा है?

महाकालेश्वर मंदिर में ऑनलाइन दर्शन और पूजा की सुविधा उपलब्ध है। इसके लिए मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर बुकिंग की जा सकती है।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

11,000FansLike
1,100FollowersFollow
2,980SubscribersSubscribe

Latest Articles