Mundmalini Baikunth Dham
अध्यात्म का केंद्र मुंडमालिनी बैकुंठ धाम में आपका स्वागत है ।
गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा । गुरु साक्षात परब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नम: ।।
मुंडमालिनी बैकुंठ धाम का परिचय
इस धरती का सबसे पवित्र और अद्वितीय स्थल मुंडमालिनी बैकुंठ धाम में आपका हार्दिक स्वागत है। यह मंदिर एक ऐसी अनोखी जगह है जहाँ शांति, आध्यात्मिकता और प्राकृतिक सुंदरता का मिलन होता है। मंदिर का निर्माण सन् 2014 में साधक मनोज बाबा के द्वारा शुरू किया गया था और तब से यह स्थल साधकों, भक्तों और समाज सेवा के इच्छुक व्यक्तियों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गया है।

मंदिर की विशेषताएँ
प्राकृतिक सौंदर्य:
यह मंदिर शमशान में उतर वाहिनी नदी के किनारे स्थित है, जहाँ कल-कल करती नदिया बहती रहती हैं और बगल में फैला जंगल से पक्षियों की मधुर आवाज वातावरण को और भी पवित्र बना देती है।
धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियाँ:
मुंडमालिनी बैकुंठ धाम में बराबर पूजा-अर्चना, सत्संग, और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किया जाता रहता हैं, जिससे भक्तों को आध्यात्मिक शांति और आंतरिक बल मिलता है।
समाज सेवा:
गरीब और निसहाय बुजुर्गों की सेवा, गौ माता की रक्षा और गरीब बच्चों को डिजिटल शिक्षा फ्री में सिखाकर आत्मनिर्भर बनाना है।

साधना और ध्यान का उत्तम स्थान:
मुंडमालिनी बैकुंठ धाम साधना और ध्यान के लिए एक अतिउत्तम जगह है। यहाँ की शांति, प्राकृतिक सुंदरता और पवित्र वातावरण हर साधक को गहन आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है। पक्षियों की मधुर आवाज और नदी की कल-कल करती ध्वनि साधना को और भी सुंदर और मनोरम बना देती है।
हमसे जुड़ें:
इस मंदिर में एक बार जरूर आएं, यहाँ के पवित्र वातावरण का अनुभव करें और हमारे धार्मिक और सामाजिक प्रयासों में निस्वार्थ भाव सहभागी बनें। आपकी जो भी मनोकामना है यहां आने के बाद जरूर पूरी होगी क्योंकि आजतक जो भी सच्चे दिल से आया है उसकी हर मनोकामना पूर्ण हुवी है । आपका सहयोग और समर्थन हमें हमारे उद्देश्यों को पूरा करने में मदद करेगा।
संपर्क जानकारी
अधिक जानकारी और दान के लिए कृपया हमारी वेबसाइट पर जाएं:—
www.mundmalinibaikunthdham.in
या ✉️ ईमेल करे— mundmalinibaikunthdham@gmail.com
धन्यवाद
आइए, हम सब मिलकर इस पवित्र स्थल को और भी पवित्र और समृद्ध बनाएं।
जय मां मुंडमालिनी, राम नाम सत्य है ।

Mundmalini Baikunth Dham
जड़ चेतन जग जीव जत सकल राममय जानि।
बंदउँ सब के पद कमल सदा जोरि जुग पानि॥
देव दनुज नर नाग खग प्रेत पितर गंधर्ब।
बंदउँ किंनर रजनिचर कृपा करहु अब सर्ब॥
आकर चारि लाख चौरासी। जाति जीव जल थल नभ बासी॥ सीय राममय सब जग जानी। करउँ प्रनाम जोरि जुग पानी॥
दुर्गति नशानी दुर्गा जय जय, काल विनाशनी काली जय जय ।
उमा रमा ब्रह्माणी जय जय , राधा –सीता –रुक्मणी जय जय।।
साम्ब सदा शिव ,साम्ब सदा शिव , साम्ब सदा शिव, जय शंकर ।
हर हर शंकर दुख हर सूखकर अघ —तम— हर हर शंकर।।
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे । हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण हरे हरे ।।
जय जय दुर्गा ,जय मां तारा । जय गणेश जय शुभ– आगारा ।।
जयति शिवाशिव जानकी राम । गौरी शंकर सीता राम ।।
जय रघुनंदन जय सियाराम। वज्र– गोपी– प्रिय राधेश्याम ।।
रघुपति राघव राजा राम । पतितपावन सीताराम ।।
परिवर्तन संसार का नियम है । जो कल था वह आज नही और जो आज है वह आने वाला कल में स्थाई नहीं रहेगा । परिवर्तन प्रकृति का अखंड नियम है । कभी गर्मी ,कभी ठंडा ,कभी बरसात । कल तक हम जहां हरे पते देख रहे थे, वे पीले पड़कर हवा में उड़ रहे है ।
जो परिवर्तन पेड़ ,पौधों , ऋतुओं , फूलों के साथ होता है वैसा ही परिवर्तन हमारे जीवन के साथ भी होता है। अगर आप अपने जीवन में प्रसन्नता और शांति पाना चाहते हैं तो मन को बदलें । मन की दिशा और परिणामों को बदलें। जीवन की सबसे बड़ी संपति प्रसन्नता है ।
स्वर्ग के सपने देखना छोड़ दो, नरक से भयभीत होना छोड़ दो ,कौन जानता है की क्या पाप है और क्या पुण्य है , बस किसी का दिल मत दुखाना अपने स्वार्थ के लिए बाकी सब भगवान पर छोड़ दो ।
जय मां मुंडमालिनी
मुंडमालिनी बैकुंठ धाम कहा है ?
मुंडमालिनी बैकुंठ धाम झारखंड के गिरिडीह जिले से 15 किमी दूर बेंगाबाद के श्मशान घाट के तट पर स्थित है।
मुंडमालिनी बैकुंठ धाम कैसे जाए ?
वायु मार्ग से:—
देवघर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है, जो मुंडमालिनी बैकुंठ धाम से लगभग 50 किमी की दूरी पर है। हवाई अड्डे से आप टैक्सी, ऑटो-रिक्शा या प्रीपेड कैब सेवा का उपयोग कर मुंडमालिनी बैकुंठ धाम तक पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग से:—
गिरिडीह रेलवे स्टेशन सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है, जो मुंडमालिनी बैकुंठ धाम से लगभग 15 किमी की दूरी पर है। यहां से आप टैक्सी, ऑटो-रिक्शा या बस का उपयोग कर मंदिर तक पहुँच सकते हैं। मधुपुर रेलवे स्टेशन से भी टैक्सी, ऑटो-रिक्शा या बस मिल जाएगी ।
सड़क मार्ग से:—
गिरिडीह देश के प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप राज्य परिवहन निगम की बस सेवाओं या निजी बस सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं।
टैक्सी/ऑटो:—
गिरिडीह शहर के भीतर और आसपास टैक्सी और ऑटो-रिक्शा आसानी से उपलब्ध होते हैं। आप इन्हें किराए पर लेकर मुंडमालिनी बैकुंठ धाम तक पहुँच सकते हैं।
Where is mundmalini Baikunth Dham?
Mundmalini Baikunth Dham is situated on the banks of the cremation ground of Bengabad, 15 km away from Giridih district of Jharkhand.